हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा हरियाणा पुलिस की प्राथमिकता होगी। इसके लिए ऑटो रिक्शा पर संबंधित ऑटो चालकों के आईडी कार्ड लगाए जा रहे हैं। हर ऑटो-टैक्सी का डेटा अब पुलिस के पास होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए पुलिस अहम कदम उठा रही है। डीजीपी ने कहा, ”राज्य पुलिस का एक फीडबैक सेल शिकायतकर्ता महिलाओं से भी फीडबैक लेगा। किसी भी प्रकार की शिकायतों का निस्तारण प्रत्येक सप्ताह संबंधित थाने की टीमों द्वारा किया जाएगा।”
गुरुग्राम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी ने कहा, ”कामकाजी महिलाओं को देर रात के दौरान फुल प्रूफ सुरक्षा प्रदान करते हुए हरियाणा पुलिस ट्रिप मॉनिटरिंग सिस्टम पर काम कर रही है, जिसके तहत कोई भी संकटग्रस्त महिला पुलिस सहायता के लिए 112 नंबर डायल कर सकती है।” थाने व पुलिस चौकियों पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं का एक सप्ताह के अंदर समाधान करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जा रहा है। नूंह जिले में भी लोगों से इसी तरह की प्रतिक्रिया ली गई हैं। राज्य में साइबर पुलिस हेल्पलाइन पर प्रतिदिन 1200 कॉल आ रही हैं।
साइबर अपराधियों को पकड़ने पर भी जोर दिया जा रहा है। साइबर अपराध को कम करने के प्रयास किए जाएंगे। पुलिस बैंकों के साथ मिलकर लोगों से ठगे गए पैसों को बैंकों में कैसे रोके रखे। टेलीकॉम कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है। लोगों को भी इस दिशा में जागरूक होना होगा। डीजीपी ने कहा कि साइबर क्राइम पर नजर रखने के लिए पंचकुला स्थित पुलिस मुख्यालय में साइबर क्राइम मॉनिटरिंग टीम बैठ रही है। साथ ही हर जिले की पुलिस टीम अलग-अलग राज्यों में संबंधित इलाकों में साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए कैंप कर रही है। यह भी पढ़े -चंद्रशेखर अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद को सुलझाने के करीब पहुंच गए थे – हरिवंश