हरियाणा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अंत्योदय परिवारों को बड़ी सौगात देते हुए 1.80 लाख रुपए से 3 लाख रुपए तक की वार्षिक आय वर्ग के परिवारों को आयुष्मान/ चिरायु योजना का लाभ देने की शुरुआत की है। इस योजना के तहत अभी तक 38,000 परिवारों ने आवेदन किया था। आज से इन सभी परिवारों को आयुष्मान/चिरायु योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया।
आज यहां मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर पर आयोजित बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने 1.80 लाख रुपए से 3 लाख रुपए तक की वार्षिक आय वर्ग के परिवारों के सदस्यों को सैद्धांतिक रूप से कार्ड वितरित कर इस योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल भी मौजूद रहे।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के कर्मचारी व पेंशन भोगियों को भी मनोहर तोहफा देते हुए कैशलैस स्वास्थ्य सुविधा का शुभारंभ किया। प्रथम चरण में दो विभाग नामत: मत्स्य व बागवानी के 894 कर्मचारियों को इसमें शामिल किया गया है और प्रथम चरण में बीमारियों के 1055 पैकेज व हरियाणा के 305 अस्पतालों को सम्मिलित किया गया है। आगामी समय में अन्य विभागों में भी इस कैशलैस सुविधा को लागू कर दिया जाएगा, जिससे प्रदेश के सभी कर्मचारियों को लाभ होगा। इसके अलावा, प्रदेश के मान्यता प्राप्त पत्रकार भी कैशलैस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
इस सुविधा के पूरी तरह लागू होने पर हरियाणा के करीब 3.5 लाख नियमित कर्मचारी, 3 लाख पेंशनभोगी और उनके 20 लाख आश्रित सूचीबद्ध अस्पतालों में नकद रहित (कैशलेस ) उपचार की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में कुल 1340 बिमारियों को कवर किया गया है। प्रदेश में सूचीबद्ध 569 अस्पतालों में इस कैशलैस सुविधा का लाभ उठाया जा सकेगा व भविष्य में देशभर के अस्पताल इस योजना से जोड़े जायेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्त आयुक्त, राजस्व श्री टीवीएसएन प्रसाद, पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पांडुरंग और स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव श्री राजनारायण कौशिक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।